Hindi Poetry : Book of Heart
दिल की किताब के पन्ने पन्ने कर के, वोह बनते रहे अनजान लोगो, खून उसने हमारे अरमानो का किया , आ गया हम पर कतल का इलज़ाम लोगो, घुमते रहे वोह डाल कर गले में बाहें हमारी, आ कर कहते की, तेरे इश्क ने कर दिया...
View ArticleHindi Poetry : Smoke from the Heart.
दिल में लगता है, कुछ अभी अरमान बाकी हैं,धुआं उठ रहा है, लगता है शमशान में अभी कुछ बाकी है,ठोकर खाने के बाद भी, जीने की तमन्ना है दिल में, लगता है कुछ और देखना , इस जहाँ में अभी बाकी है, लुटने के बाद...
View ArticlePunjabi Poem : किथे जा के बस गया
Punjabi Poem by me. This poem is dedicated to all women , whom’t lovers husbands are left them or die. किथे जा के बस गया , हुन आंदा नहीं बुलाया , मेरे सिर देया सईयां , आजा मेरे माहिया , मेरे सिर देया...
View ArticleHindi Poetry : इश्क़ दे रोग
लगे इश्क़ दे रोग एह जे , इह रोग ठीक कराये न गए,। दिल इह जे लगे उहनां दे नाल, की छुड़ाये न गए, । पत्थर दिल सी ओह यार बड़े, रोये बहुत , पर ओह पिघलाये न गए,। मर गए “अमन” उहनां दी यादाँ दे वीच, पर वेखो...
View ArticleHindi Poem : ऐ खुदा तेरी दुनिया में
ऐ खुदा तेरी दुनिया में, अजब गजब से हमनें तमाशे देखे, जो हँसाते थे दुनिया को, आज वही लोग हमनें रोआंसे देखे, बाँटते थे जो खैरात दुनिया को ऐ “इश्क़” , आज उनके हाथों में पकड़े हमने कांसे देखे,
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